Gunjan Kamal

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प्यार जो मिला भी और नहीं भी भाग :- २

                                               भाग :-


धारावाहिक का दूसरा भाग शुरू होता है 👇


अगले दिन कोचिंग क्लास  में .......

आज धरम बेसब्री से मधु का इंतजार कर रहा है। कोचिंग क्लास  के सब बच्चें आ चुके हैं परंतु मधु का कोई अता-पता  ही नहीं है। कहते हैं ना इंतजार की घड़ियां कानून के हाथ की तरह लंबी होती है । आज धरम के साथ भी वैसा ही हो रहा था। बेसब्री से वह मधु का इंतजार कर रहा है। बार-बार उसकी नजर उठकर क्लास के दरवाजे पर ही जा रही है।

ऋषभ  भी आ चुका  था ।  जब वह  धरम को मधु का इंतजार करते हुए देखता है तो उसे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है लेकिन फिर भी वह कुछ नहीं कहता  और अपनी जगह पर जाकर बैठ जाता है। आज मधु को कोचिंग  पहुॅंचने में देर हो रही है क्योंकि आज वह देर से जगी है इसलिए वह जल्दी- जल्दी साइकिल चलाती हुई कोचिंग पहुॅंचना चाहती है ताकि उसकी एक भी क्लास मिस ना हो लेकिन वह समय से कोचिंग नहीं पहुॅंच पाती बल्कि देर से पहुंचती  है।

कोचिंग क्लास में पहुंच कर वो  देखती है कि उमेश सर ने गणित पढ़ाना शुरू कर दिया है। वो  जल्दी से जाकर अपनी जगह पर बैठ जाती है । धरम और ऋषभ  दोनों ही  उसकी तरफ देख रहे हैं लेकिन वो तो अपनी काॅपी और किताब निकालने में व्यस्त हैं, उसकी नजर किसी और पर नहीं बल्कि अपने बैग पर है और उसके हाथ गणित की किताब और कॉपी ढूंढ रहे हैं।

मधु किसी की तरफ नहीं देखते हुए अपने गणित की किताब और कॉपी निकाल कर सामने टेबल पर रखती है और उन्हें खोल कर उमेश सर की ओर देखने लगती है जो बोर्ड पर गणित के एक सवाल को समझा रहे हैं।  एक सवाल समझा देने के बाद उमेश सर  धरम को बोर्ड के पास बुलाते हैं और बोर्ड पर लिख चुके एक दूसरे सवाल को बनाने के लिए कहते हैं । धरम उस सवाल को बनाने की शुरुआत तो करता है  लेकिन वों उस सवाल के  जवाब तक नही पहुॅंच पाता, उसके बाद उमेश  सर ऋषभ को भी  वही  सवाल  बनाने को कहते है।

ऋषभ  उस सवाल को बना तो देता है लेकिन उसका आंसर ( उत्तर ) नहीं मिलता। बारी - बारी से दो चार और लड़के- लड़कियों को बुलाया गया लेकिन कोई भी उस सवाल को नहीं बना पाता । आखिर में उमेश सर मधु को बुलाते हैं और वहीं सवाल जो वह अभी तक क्लास के सभी बच्चों से बनाने को कह रहे थे उसे भी  बनाने को कहते है।

मधु को को दो मिनट भी नहीं लगते उस सवाल को बनाने में।  दो मिनट के भीतर ही वह  सवाल बना देती है वो भी सही उत्तर के साथ, जिसके कारण उमेश सर द्वारा एक बार फिर से उसकी बहुत तारीफ की जाती है। तारीफ सुनकर कौन खुश  नहीं होता? मधु भी मुस्कुराते हुए उमेश सर की तारीफ को हाथ जोड़कर स्वीकार करती है और अपने स्थान पर बैठने से पहले उमेश सर के पांव छूकर उनका आशीर्वाद लेना नहीं भूलती।  आज मधु कोचिंग क्लास में बहुत खुश हैं साथ ही ऋषभ  और धरम भी खुश हैं । इन तीनों की खुशी का कारण आप लोगों  तो मालूम ही है लेकिन फिर भी मैं आपको बता देती हूॅं। मैंने अपनी माॅं से सुना था जिसे आप प्यार करते हो उसकी खुशी में आप खुश होते हो उसके गम में आप दुखी होते हैं वैसा ही धरम और ऋषभ के साथ भी  हो रहा था । वों  दोनों मधु की खुशी में खुश थे।

कोचिंग का समय समाप्त  होते ही धरम अपना बैग संभाल रही मधु के पास जाता है और उससे कहता है 👇

धरम :- मधु मुझे तुमसे कुछ कहना है।

मधु :- हाॅं! बोलो क्या कहना है ? 

धरम मधु को अपने दिल की बात कहने ही वाला होता है कि उमेश सर को आते देखकर वह  चुप हो जाता है।  उमेश सर मधु के पास आते है और उसके सिर पर अपना स्नेहिल हाथ रखते हुए कहते है 👇

उमेश सर :- मधु मुझे तुम पर गर्व होता है कि  तुम मेरी विद्यार्थी हो । तुम मेहनत भी बहुत करती हो आज-कल की लड़कियों की तरह तुम नहीं हो । आज कल के लड़के - लड़कियां बस टाइम पास करने ही कोचिंग आते हैं। पढ़ाई  तो वें सब कुछ  करते नहीं  लेकिन तुम ऐसी नहीं हो ।

इसी बीच उमेश सर की नजर धरम पर पड़ती है और वो धरम से पूछते हैं 👇

उमेश सर :- तुम यहाॅं पर क्या कर रहे हो ?

धरम : - मैं सर .....मैं सर ( धरम डरकर हकलाने लगता है )

उमेश सर :- ये बकरी की तरह मिमिया क्यूं रहे हो ?

धरम :- सर ! मैं मधु से गणित की काॅपी लेने आया था ।  मैंने गणित का काम पूरा नहीं किया है इसलिए मधु से काॅपी माॅंग रहा था।

ऐसा कहकर धरम झूठ बोलता है।

उमेश सर मधु की तरफ देखते हुए कहते है 👇

उमेश सर :- ठीक है! मधु तुम  इसे अपनी काॅपी दे दो ताकि इस नालायक को भी कुछ सवाल बनाने आ जाएं और यह मेरा नाम ना खराब करे। ( हॅंसते हुए)

मधु :- जी सर ( मन ही मन में मुस्कुराते हुए )

उमेश सर के सामने ही मधु बैग में रखे अपनी गणित की काॅपी धरम को  दे देती है। धरम भी  उसकी गणित की काॅपी लेकर मधु से बिना बात किए अपनी जगह पर आ जाता है। थोड़ी देर में कोचिंग  की छुट्टी हो जाती है ।  सब लड़के- लड़कियां जल्दी- जल्दी अपने- अपने घर की तरफ जाने की तैयारियां करने लगते हैं क्योंकि अब उन्हें विद्यालय जाने के लिए देर हो रही होती है क्योंकि आज कोचिंग में ही रोज़ से ज्यादा समय बीत चुका है।

मधु और ऋषभ  जल्दी से अपने - अपने घर के लिए निकलते हैं क्योंकि दोनों को ही विद्यालय जाना है । धरम इस तरह जल्दी - जल्दी मधु को अपने घर की तरफ जाते हुए देखकर  उदास हो जाता है क्योंकि वों  मधु को अपने दिल की बात आज नहीं बता पाया लेकिन तभी अपनी साइकिल की तरफ बढ़ते- बढ़ते वों कुछ सोचकर अचानक ही  मुस्कुरा देता है और अपने घर की तरफ मुड़ जाता है।

दूसरे दिन कोचिंग क्लास  में ....

सब दिन की तरह ही उमेश सर पढ़ा रहे हैं और सब लड़के- लड़कियां उनको सुन रहे हैं। इसी तरह आज का भी क्लास  खत्म हो जाता है। छुट्टी के बाद धरम मधु के पास आता है और मधु को उसकी गणित की काॅपी लौटा देता है।

मधु अपनी गणित की काॅपी लेते हुए धरम की तरफ देखती है और उससे पूछती है 👇

मधु :- सारा काम कंपलीट कर लिया तुमने ?

धरम :- हां  ( यह कहते हुए धरम तेज़ क़दमों से निकल जाता है)

मधु भी अपनी काॅपी अपने बैग में रख लेती है और अपने साइकिल के पास आकर रुक जाती है। जैसे ही उसके गांव की लड़की जिसके साथ वो रोज घर से कोचिंग और  कोचिंग  से घर जाती थी उन  लड़कियों के आते ही अपने घर के लिए निकल जाती है। घर पहुंच कर नहा-धोकर तैयार होकर खाना खाने के बाद वों  विद्यालय जाने के लिए पैदल ही निकल पड़ती है ।

विद्यालय में .....

गणित के पीरियड में जैसे ही वह अपनी गणित की काॅपी खोलती है उसे एक रंगीन और सुगंधित कागज दिखाई देता है वों  सोचने लगती हैं कि ये किसका है और क्या है ?

मधु  जैसे ही उस रंगीन और सुगंधित कागज को पढ़ने के लिए खोलती है विज्ञान की अध्यापिका रजनी मैम की आवाज उसे सुनाई पड़ती है और वों डर कर उस रंगीन और सुगंधित कागज को अपने बैग में ही छुपा लेती है । ऐसा करने के बाद वह  बोर्ड की तरह देखने लगती है। रजनी मैम के पढ़ाते समय कुछ देर तक तो मधु का ध्यान बैग में रखे उस  रंगीन और सुगंधित कागज की तरफ रहता है लेकिन कुछ देर के बाद वह अपनी पढ़ाई में लग जाती है और उसका ध्यान उस तरफ से बिल्कुल ही  हट जाता है ।

विज्ञान की क्लास  खत्म होने के बाद मधु अपनी विज्ञान की किताब अपने बैग में रखने के लिए  अपना बैग  खोलती है तभी अचानक से 👇

क्या मधु उस रंगीन और सुगंधित कागज को पढ़ पाएगी ? अगर वह इसे पढ़ लेती है तो  पढ़ने के बाद मधु की धरम के प्रति क्या प्रतिक्रिया होगी ?  जानने के लिए इस धारावाहिक  का तीसरा भाग अवश्य पढ़ें।

क्रमशः

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 गुॅंजन कमल 💗💞💓


# उपन्यास लेखन प्रतियोगिता 


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12 Comments

Astha Singhal

15-Sep-2022 07:00 PM

बढ़िया भाग 👍

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Abhinav ji

06-Sep-2022 07:32 AM

Verry nice mam

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Renu

05-Sep-2022 10:34 PM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति

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